शनि देव को प्रसन्न करे विविध मंत्रों की ध्वनि से

शनि देव की महिमा निराली

शनि पूजा के अवसर पर शनि पूजा के साथ शनि के विशेष मंत्रों का भी जप करें । इस से शनि देव प्रसन्न होते हैं और सुखमय जीवन का आशीर्वाद देते हैं

शनिदेव की पूजा-अर्चना करने के साथ-साथ यदि आप विधिवत शनि के विशेष मंत्रों का भी जप करते हैं तो शनिदेव की विशेष कृपा आपको अवश्य प्राप्त होगी । शनि पूजा के साथ-साथ भगवान शंकर, भैरव और हनुमान जी की भी पूजा करें । शनिदेव आपके जीवन को सुखमय बनाएंगे । यह शनि के विशेष चमत्कारिक मंत्र:

वैदिक संयुक्त शनि-गायत्री मंत्र:

ऊँ भगभवाय विद्महे मृत्युरूपाय धीमहि, तन्नो शनि: प्रचोदयात ।

इस मंत्र का श्रद्धा अनुसार जाप करने से घर में मंगलमय वातावरण बना रहता है ।

वैदिक शनि मंत्र:

ॐ शन्नो देवी रभिष्टय आपो भवन्तु पीतये । शंय्यो रभिस्त्रवन्तु नः ।।

यह शनिदेव को प्रसन्न करने का सबसे प्रभावी और अनुकूल मंत्र है । इसकी दो माला सुबह-शाम जप करने से शनि देव की विशेष कृपा प्राप्त होती है ।

पौराणिक शनि मंत्र:

ॐ ह्रीं नीलांजन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्।
छाया मार्तण्ड सम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्।।

यह बहुत ही सटीक फल देने वाला शनि मंत्र है । यदि इस मंत्र का सवा करोड़ जाप स्वयं करें, तो व्यक्ति राजा के समान सुख प्राप्त करता है ।

शनि ग्रह पीड़ा निवारण मंत्र:

सूर्यपुत्रो दीर्घदेहा विशालाक्ष: शिवप्रिय:।
मन्दचार: प्रसन्नात्मा पीडां हरतु मे शनि:।।

सूर्योदय के समय, सूर्य दर्शन करते हुए इस मंत्र का पाठ करना शनि शांति के लिए विशेष उपयोगी बताया गया है ।

कष्ट निवारण शनि मंत्र:

नीलाम्बर: शूलधर: किरीटी गृघ्रस्थितस्त्रसकरो धनुष्मान् ।
चर्तुभुज: सूर्यसुत: प्रशान्त: सदाऽस्तुं मह्यं वरंदोऽल्पगामी ॥

इस मंत्र से अनावश्यक समस्याओं से छुटकारा मिलता है । इस मंत्र से एक माला सुबह-शाम जप करें । शत्रु चाह कर भी आपको नुकसान नहीं पहुंचा पायेगा ।

सुख समृद्धि के लिए:

कोणस्थ पिंगलो बभ्रु: कृष्णो रौद्रान्तको यम:। सौरि: शनैश्चरो मंद: पिप्पलादेन संस्तुत:।।

इस शनि स्तुति को प्रातः काल पाठ करने से शनि जनित सारे कष्ट दूर हो जाते हैं ।

शनि पत्नी नाम स्तुति:

ध्वजिनी धामिनी चैव कंकाली कलह प्रिया! कलही कंटकी चापि अजा महिषी तुरंगमा! नामानि शनि भार्याया: नित्यं जपति य: पुमान तस्य दुखानि नश्यंति सुखं सौभाग्यमेधते:!

यह बहुत ही अद्भुत और रहस्यमय मंत्र है । यदि आपको कारोबार, परिवार में कोई समस्या हो, तो उक्त मंत्र का विधि-विधान से जाप और अनुष्ठान करें । यदि आप अनुष्ठान ना कर सके, तो प्रतिदिन इस मंत्र की एक माला अवश्य जापे । घर में सुख-शांति का वातावरण रहेगा ।

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